ईडी केजरीवाल के फोन से ‘आप’ की लोस चुनाव रणनीति की जानकारियां लेना चाहता है: आतिशी

दिल्ली शराब घोटाला मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की मुश्किलें बढ़ गई हैं। सोमवार को उन्हें कोर्ट में पेश किया गया जहां से कोर्ट ने उन्हें 15 अप्रैल तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। इसके बाद केजरीवाल को तिहाड़ जेल ले जाया गया है। हालांकि, जरूरी नहीं केजरीवाल 14 दिनों तक तिहाड़ जेल ही रहे। अब सीबीआई कभी भी कोर्ट में एप्लिकेशन लगाकर प्रिवेंशन ऑफ करप्शन आबकारी एफआईआर मामले मेंअरविंद केजरीवाल को कस्टडी में लेने के लिए अर्जी लगा सकती है।

नई दिल्ली, आम आदमी पार्टी (आप) की वरिष्ठ नेता आतिशी ने शुक्रवार को आरोप लगाया है कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राजनीतिक हथियार के तौर पर काम कर रहा है, और वह दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का फोन हासिल कर ‘आप’ की लोकसभा चुनाव की रणनीति की जानकारियां पाना चाहता है.

‘आप’ के राष्ट्रीय संयोजक केजरीवाल को दिल्ली आबकारी नीति से जुड़े धन शोधन मामले में 21 मार्च को ईडी ने गिरफ्तार किया था तथा वह एक अप्रैल तक केंद्रीय जांच एजेंसी की हिरासत में ही रहेंगे.

आतिशी ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में आरोप लगाया कि ईडी की केजरीवाल के मोबाइल फोन की जांच करने की जिद यह साबित करती है कि एजेंसी भाजपा के “राजनीतिक हथियार” के रूप में काम कर रही है. उन्होंने दावा किया कि यह मोबाइल फोन कुछ महीने पुराना है तथा यह तब नहीं था जब नीति बनायी व लागू की गयी थी.

केजरीवाल सरकार में मंत्री आतिशी ने कहा “दरअसल, यह भाजपा है न कि ईडी जो यह जानना चाहती है कि केजरीवाल के फोन में क्या है.” उन्होंने दावा किया कि आबकारी नीति 2021-22 में लागू की गयी और मुख्यमंत्री का मौजूदा फोन महज कुछ महीने पुराना है. आतिशी के अनुसार, ईडी ने कहा है कि उस वक्त का केजरीवाल का फोन उपलब्ध नहीं है और अब वह उनके नए फोन का पासवर्ड चाहती है।

उन्होंने आरोप लगाया, “वे इसलिए फोन चाहते हैं क्योंकि वे इसमें ‘आप’ की लोकसभा चुनाव की रणनीति, प्रचार अभियान की योजनाओं, ‘इंडिया’ गठबंधन के नेताओं के साथ बातचीत की जानकारियां और मीडिया तथा सोशल मीडिया रणनीति से जुड़ी सूचना ढूंढ लेंगे.”

कुछ विपक्षी दलों ने संसदीय चुनाव में भाजपा को चुनौती देने के लिए ‘इंडियन नेशनल डेवपलेपमेंटल इन्क्लूसिव एलायंस’ (इंडिया) गठबंधन बनाया है जिसमें ‘आप’, तृणमूल कांग्रेस, कांग्रेस, द्रविड़ मुनेत्र कषगम तथा समाजवादी पार्टी भी शामिल हैं.

Tags: Arvind kejriwal, Delhi news

Source link